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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

उपजेउ सिव पद कमल सनेहू। मिलन कठिन मन भा संदेहू॥upajeu siva pada kamala sanehu| milana kathina mana bha sandehu||

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श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
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श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
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चौपाई (67.3) | Caupāī (67.3)

 उपजेउ सिव पद कमल सनेहू। मिलन कठिन मन भा संदेहू॥
जानि कुअवसरु प्रीति दुराई। सखी उछँग बैठी पुनि जाई॥3॥

भावार्थ:

उन्हें शिवजी के चरण कमलों में स्नेह उत्पन्न हो आया, परन्तु मन में यह संदेह हुआ कि उनका मिलना कठिन है। अवसर ठीक न जानकर उमा ने अपने प्रेम को छिपा लिया और फिर वे सखी की गोद में जाकर बैठ गईं॥3॥

English:

upajeu siva pada kamala sanehu| milana kathina mana bha sandehu||
jani kuavasaru priti durai| sakhi uchhanga baithi puni jai||3||

IAST:

upajēu siva pada kamala sanēhū. milana kaṭhina mana bhā saṃdēhū..
jāni kuavasaru prīti durāī. sakhī uchaomga baiṭhī puni jāī..

Meaning:

Love for the lotus feet of Siva sprouted in her heart. She however, felt diffident in her mind; union with Siva appeared so difficult to her. Finding the time inopportune for its disclosure, she concealed her emotion and then sat down in the lap of one of her playmates.


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