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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

 कहि अस ब्रह्मभवन मुनि गयऊ। आगिल चरित सुनहु जस भयऊ॥kahi asa brahmabhavana muni gayau| agila charita sunahu jasa bhayau||

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श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
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श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kanda
चौपाई (70.1) | Caupāī (70.1)

 कहि अस ब्रह्मभवन मुनि गयऊ। आगिल चरित सुनहु जस भयऊ॥
पतिहि एकांत पाइ कह मैना। नाथ न मैं समुझे मुनि बैना॥1॥

भावार्थ:

यों कहकर नारद मुनि ब्रह्मलोक को चले गए। अब आगे जो चरित्र हुआ उसे सुनो। पति को एकान्त में पाकर मैना ने कहा- हे नाथ! मैंने मुनि के वचनों का अर्थ नहीं समझा॥1॥

English:

kahi asa brahmabhavana muni gayau| agila charita sunahu jasa bhayau||
patihi ekanta pai kaha maina| natha na maim samuje muni baina||1||

IAST:

kahi asa brahmabhavana muni gayaū. āgila carita sunahu jasa bhayaū..
patihi ēkāṃta pāi kaha mainā. nātha na maiṃ samujhē muni bainā..

Meaning:

Having spoken thus, the sage returned to the abode of Brahma (the Creator). Now hear the end of the story how it came about. Finding her husband alone, Mena (Himalaya’s wife) said to him, “My lord, I could not follow the words of the sage.


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