किंनर नाग सिद्ध गंधर्बा। बधुन्ह समेत चले सुर सर्बा॥ बिष्नु बिरंचि महेसु बिहाई। चले सकल सुर जान बनाई॥1॥
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
प्रथम सोपान | Descent First
श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kanda
चौपाई (60.1) | Caupāī (60.1)
किंनर नाग सिद्ध गंधर्बा। बधुन्ह समेत चले सुर सर्बा॥
बिष्नु बिरंचि महेसु बिहाई। चले सकल सुर जान बनाई॥1॥
भावार्थ:-(दक्ष का निमन्त्रण पाकर) किन्नर, नाग, सिद्ध, गन्धर्व और सब देवता अपनी-अपनी स्त्रियों सहित चले। विष्णु, ब्रह्मा और महादेवजी को छोड़कर सभी देवता अपना-अपना विमान सजाकर चले॥1॥
kiṃnara nāga siddha gaṃdharbā. badhunha samēta calē sura sarbā..
biṣnu biraṃci mahēsu bihāī. calē sakala sura jāna banāī..
Kinnaras (a species of demigods), Nagas, Siddhas (a class of celestial beings) and Gandharvas (celestial songsters) and the whole host of gods proceeded to the sacrifice alongwith their wives. All the gods with the exception of Vishnu, Viranci (the Creator) and the great Lord Siva, set out in their aerial cars.