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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

दुख सुख पाप पुन्य दिन राती। साधु असाधु सुजाति कुजाती॥ दानव देव ऊँच अरु नीचू। अमिअ सुजीवनु माहुरु मीचू॥3॥ माया ब्रह्म जीव जगदीसा। लच्छि अलच्छि रंक अवनीसा॥ कासी मग सुरसरि क्रमनासा। मरु मारव महिदेव गवासा॥4॥ सरग नरक अनुराग बिरागा। निगमागम गुन दोष बिभागा॥5॥

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चौपाई3-5 |Caupāī 3-5

 

 दुख सुख पाप पुन्य दिन राती। साधु असाधु सुजाति कुजाती॥
दानव देव ऊँच अरु नीचू। अमिअ सुजीवनु माहुरु मीचू॥3॥
माया ब्रह्म जीव जगदीसा। लच्छि अलच्छि रंक अवनीसा॥
कासी मग सुरसरि क्रमनासा। मरु मारव महिदेव गवासा॥4॥
सरग नरक अनुराग बिरागा। निगमागम गुन दोष बिभागा॥5॥

भावार्थ:-दुःख-सुख, पाप-पुण्य, दिन-रात, साधु-असाधु, सुजाति-कुजाति, दानव-देवता, ऊँच-नीच, अमृत-विष, सुजीवन (सुंदर जीवन)-मृत्यु, माया-ब्रह्म, जीव-ईश्वर, सम्पत्ति-दरिद्रता, रंक-राजा, काशी-मगध, गंगा-कर्मनाशा, मारवाड़-मालवा, ब्राह्मण-कसाई, स्वर्ग-नरक, अनुराग-वैराग्य (ये सभी पदार्थ ब्रह्मा की सृष्टि में हैं।) वेद-शास्त्रों ने उनके गुण-दोषों का विभाग कर दिया है॥3-5॥

dukha sukha pāpa punya dina rātī. sādhu asādhu sujāti kujātī..
dānava dēva ūomca aru nīcū. amia sujīvanu māhuru mīcū..
māyā brahma jīva jagadīsā. lacchi alacchi raṃka avanīsā..
kāsī maga surasari kramanāsā. maru mārava mahidēva gavāsā..
saraga naraka anurāga birāgā. nigamāgama guna dōṣa bibhāgā..

It is characterized by pairs of opposites such as pain and pleasure, sin and merit, day and night, the good and the wicked, good birth and vile birth, demons and gods, the high and the low, nectar and poison, a happy life and death, Maya and Brahma, i.e., Matter and Spirit, the soul and God (the Lord of the universe), plenty and poverty, the pauper and the king, the sacred Kasi or Varanasi and Magadha, the holy Ganga the river of the celestials- and the unholy Karmanasa (in Bihar), the desert land of Maravara (Western Rajaputana and Sindha) and the rich soil of Malava, the Brahmana-who is a veritable god on earthó and the barbarian who feeds on the cow, heaven and hell, attachment and dispassion. The Vedas and other sacred books have sifted good from evil.


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