बाजहिं ताल पखाउज बीना। नृत्य करहिं अपछरा प्रबीना॥5॥
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
षष्ठः सोपानः | Descent 6th
श्री लंकाकाण्ड | Shri Lanka Kand
चौपाई :
बाजहिं ताल पखाउज बीना।
नृत्य करहिं अपछरा प्रबीना॥5॥
भावार्थ:
ताल (करताल), पखावज (मृदंग) और बीणा बज रहे हैं। नृत्य में प्रवीण अप्सराएँ नाच रही हैं॥5॥
English :
IAST :
Meaning :