कोसलेस दसरथ के जाए, हम पितु बचन मानि बन आए॥ नाम राम लछिमन दौउ भाई, संग नारि सुकुमारि सुहाई॥1
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
चतुर्थ: सोपान | Descent 4th
श्री किष्किंधाकांड | Shri kishkindha-Kand
चौपाई :
कोसलेस दसरथ के जाए, हम पितु बचन मानि बन आए॥
नाम राम लछिमन दौउ भाई, संग नारि सुकुमारि सुहाई॥1॥
भावार्थ:
(श्री रामचंद्रजी ने कहा)- हम कोसलराज दशरथजी के पुत्र हैं और पिता का वचन मानकर वन आए हैं। हमारे राम-लक्ष्मण नाम हैं, हम दोनों भाई हैं। हमारे साथ सुंदर सुकुमारी स्त्री थी।।1॥
English :
IAST :
Meaning :