देखि भालुपति निज दल घाता। कोपि माझ उर मारेसि लाता॥8॥
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
षष्ठः सोपानः | Descent 6th
श्री लंकाकाण्ड | Shri Lanka Kand
चौपाई :
देखि भालुपति निज दल घाता।
कोपि माझ उर मारेसि लाता॥8॥
भावार्थ:
जाम्बवान् ने अपने दल का विध्वंस देखकर क्रोध करके रावण की छाती में लात मारी॥8॥
IAST :
Meaning :