धूसर धूरि भरें तनु आए। भूपति बिहसि गोद बैठाए॥5॥
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
प्रथम सोपान | Descent First
श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kand
धूसर धूरि भरें तनु आए। भूपति बिहसि गोद बैठाए॥5॥
भावार्थ:
वे शरीर में धूल लपेटे हुए आए और राजा ने हँसकर उन्हें गोद में बैठा लिया॥5॥
English :
IAST :
Meaning :