भलेउ पोच सब बिधि उपजाए। गनि गुन दोष बेद बिलगाए॥ कहहिं बेद इतिहास पुराना। बिधि प्रपंचु गुन अवगुन साना॥2॥
श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
प्रथम सोपान | Descent First
श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kanda
चौपाई1 |Caupāī 1
भलेउ पोच सब बिधि उपजाए। गनि गुन दोष बेद बिलगाए॥
कहहिं बेद इतिहास पुराना। बिधि प्रपंचु गुन अवगुन साना॥2॥
भावार्थ:-भले-बुरे सभी ब्रह्मा के पैदा किए हुए हैं, पर गुण और दोषों को विचार कर वेदों ने उनको अलग-अलग कर दिया है। वेद, इतिहास और पुराण कहते हैं कि ब्रह्मा की यह सृष्टि गुण-अवगुणों से सनी हुई है॥2॥
bhalēu pōca saba bidhi upajāē. gani guna dōṣa bēda bilagāē..
kahahiṃ bēda itihāsa purānā. bidhi prapaṃcu guna avaguna sānā..
The good as well as the vile, all have been brought into being by the Creator; it is the Vedas that have differentiated them by reckoning the merits of the former class and the demerits of the other. The Vedas, the Itihasas (such as the Ramayana and the Mahabharata) and the Puranas unanimously declare that the creation of Brahma (the Creator) is an intermixture of good and evil.