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बंदउ गुरु पद पदुम परागा।… समन सकल भव रुज परिवारू॥

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बंदउ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।
अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू।।BA000CH01

बंदउ : वन्दना करना
पदुम : कमल
परागा : पुष्‍प के परागकण
सुबास : सुगंध
अमिअ : अमृत
मूरिमय : जड़ी बूटी
चारू : सुन्दर
समन : नाश करना| शमन का अपभ्रंश
भव : दृश्य जगत
रुज : रोग

भावार्थ: मैं गुरु महाराज के चरण कमलों की रज की वन्दना करता हूँ, जो सुरुचि (सुंदर स्वाद), सुगंध तथा अनुराग रूपी रस से पूर्ण है। वह अमर मूल (संजीवनी जड़ी) का सुंदर चूर्ण है, जो सम्पूर्ण भव रोगों के परिवार को नाश करने वाला है॥

English :

baṃdau guru pada paduma parāgā. suruci subāsa sarasa anurāgā..
amiya mūrimaya cūrana cārū. samana sakala bhava ruja parivārū..

Purport :  I greet the pollen like dust of the lotus feet of my preceptor, refulgent, fragrant & flavored with love.It is a lovely powder of the life giving herb which allays the host of all the attendant ills of mundane existence.॥1॥

संस्कृतम : 

बंदउ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।
अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू॥1॥

বাংলা :

বংদউ গুরু পদ পদুম পরাগা৷ সুরুচি সুবাস সরস অনুরাগা৷৷
অমিয মূরিময চূরন চারূ৷ সমন সকল ভব রুজ পরিবারূ৷৷

ગુજરાતી

બંદઉ ગુરુ પદ પદુમ પરાગા। સુરુચિ સુબાસ સરસ અનુરાગા।।
અમિય મૂરિમય ચૂરન ચારૂ। સમન સકલ ભવ રુજ પરિવારૂ।।

ಕನ್ನಡ

ಬಂದಉ ಗುರು ಪದ ಪದುಮ ಪರಾಗಾ. ಸುರುಚಿ ಸುಬಾಸ ಸರಸ ಅನುರಾಗಾ..
ಅಮಿಯ ಮೂರಿಮಯ ಚೂರನ ಚಾರೂ. ಸಮನ ಸಕಲ ಭವ ರುಜ ಪರಿವಾರೂ..

മലയാളം

ബംദഉ ഗുരു പദ പദുമ പരാഗാ. സുരുചി സുബാസ സരസ അനുരാഗാ..
അമിയ മൂരിമയ ചൂരന ചാരൂ. സമന സകല ഭവ രുജ പരിവാരൂ..

ଓଡ଼ିଆ

ବଂଦଉ ଗୁରୁ ପଦ ପଦୁମ ପରାଗା| ସୁରୁଚି ସୁବାସ ସରସ ଅନୁରାଗା||
ଅମିଯ ମୂରିମଯ ଚୂରନ ଚାରୂ| ସମନ ସକଲ ଭବ ରୁଜ ପରିବାରୂ||

ਪੰਜਾਬੀ

ਬਂਦਉ ਗੁਰੁ ਪਦ ਪਦੁਮ ਪਰਾਗਾ। ਸੁਰੁਚਿ ਸੁਬਾਸ ਸਰਸ ਅਨੁਰਾਗਾ।।
ਅਮਿਯ ਮੂਰਿਮਯ ਚੂਰਨ ਚਾਰੂ। ਸਮਨ ਸਕਲ ਭਵ ਰੁਜ ਪਰਿਵਾਰੂ।।

தமிழ்

பஂதஉ குரு பத பதும பராகா. ஸுருசி ஸுபாஸ ஸரஸ அநுராகா..
அமிய மூரிமய சூரந சாரூ. ஸமந ஸகல பவ ருஜ பரிவாரூ..

తెలుగు

బందఉ గురు పద పదుమ పరాగా. సురుచి సుబాస సరస అనురాగా..
అమియ మూరిమయ చూరన చారూ. సమన సకల భవ రుజ పరివారూ..

Deutsch :

Español:

Italiano :

Pretendere : Saluto il polline come polvere dei piedi di loto del mio maestro, rifulgente, profumato e aromatizzato con amore. Si tratta di una bella polvere di erbe dando la vita che mitiga l’ospite di tutti i mali concomitanti dell’esistenza terroso. ।।1।।

Français :

日本人:

: العربية 


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2 thoughts on “बंदउ गुरु पद पदुम परागा।… समन सकल भव रुज परिवारू॥

  • понять

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    Reply
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    Reply

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