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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

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श्रीगुर पद नख मनि गन जोती।…बड़े भाग उर आवइ जासू।। बालकाण्ड

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श्रीगुर पद नख मनि गन जोती। सुमिरत दिब्य द्रृष्टि हियँ होती।।
दलन मोह तम सो सप्रकासू। बड़े भाग उर आवइ जासू।।BA000CH03

पद नख  : चरणों का नाखून
मनि गन: मणियों का समूह
हियँ, उर : ह्रदय
तम : अन्धकार

भावार्थ: श्री गुरु महाराज के चरण-नखों की ज्योति मणियों के प्रकाश के समान है, जिसके स्मरण करते ही हृदय में दिव्य दृष्टि उत्पन्न हो जाती है। वह प्रकाश अज्ञान रूपी अन्धकार का नाश करने वाला है, वह जिसके हृदय में आ जाता है, उसके बड़े भाग्य हैं॥3॥

संस्कृतम :

English :

śrīgura pada nakha mani gana jōtī. sumirata dibya drṛṣṭi hiyaom hōtī..
dalana mōha tama sō saprakāsū. baḍaē bhāga ura āvai jāsū..

Purport : The splendor of gems in the form of nails on the feet of the blessed Guru unfolds divine vision in the heart by its very thought. The lustre disperses the shades of infatuation, highly blessed is he in whose bosom it shines.

বাংলা (Bangla):

শ্রীগুর পদ নখ মনি গন জোতী৷ সুমিরত দিব্য দ্রৃষ্টি হিযহোতী৷৷
দলন মোহ তম সো সপ্রকাসূ৷ বড়ে ভাগ উর আবই জাসূ৷৷

ગુજરાતી (Gujarati):

શ્રીગુર પદ નખ મનિ ગન જોતી। સુમિરત દિબ્ય દ્રૃષ્ટિ હિયહોતી।।
દલન મોહ તમ સો સપ્રકાસૂ। બડ઼ે ભાગ ઉર આવઇ જાસૂ।।

ಕನ್ನಡ (Kannada) :

ಶ್ರೀಗುರ ಪದ ನಖ ಮನಿ ಗನ ಜೋತೀ. ಸುಮಿರತ ದಿಬ್ಯ ದ್ರೃಷ್ಟಿ ಹಿಯಹೋತೀ..
ದಲನ ಮೋಹ ತಮ ಸೋ ಸಪ್ರಕಾಸೂ. ಬಡ ಭಾಗ ಉರ ಆವಇ ಜಾಸೂ..

മലയാളം (Malayalam):

ശ്രീഗുര പദ നഖ മനി ഗന ജോതീ. സുമിരത ദിബ്യ ദ്രൃഷ്ടി ഹിയഹോതീ..
ദലന മോഹ തമ സോ സപ്രകാസൂ. ബഡ ഭാഗ ഉര ആവഇ ജാസൂ..

ଓଡ଼ିଆ (Oriya):

ଶ୍ରୀଗୁର ପଦ ନଖ ମନି ଗନ ଜୋତୀ| ସୁମିରତ ଦିବ୍ଯ ଦ୍ରୃଷ୍ଟି ହିଯହୋତୀ||
ଦଲନ ମୋହ ତମ ସୋ ସପ୍ରକାସୂ| ବଡ଼େ ଭାଗ ଉର ଆବଇ ଜାସୂ||

ਪੰਜਾਬੀ (Punjabi):

ਸ਼੍ਰੀਗੁਰ ਪਦ ਨਖ ਮਨਿ ਗਨ ਜੋਤੀ। ਸੁਮਿਰਤ ਦਿਬ੍ਯ ਦ੍ਰਰਿਸ਼੍ਟਿ ਹਿਯਹੋਤੀ।।
ਦਲਨ ਮੋਹ ਤਮ ਸੋ ਸਪ੍ਰਕਾਸੂ। ਬਡ਼ੇ ਭਾਗ ਉਰ ਆਵਇ ਜਾਸੂ।।

தமிழ்(Tamil):

ஷ்ரீகுர பத நக மநி கந ஜோதீ. ஸுமிரத திப்ய த்ரரிஷ்டி ஹியஹோதீ..
தலந மோஹ தம ஸோ ஸப்ரகாஸூ. பட஀ே பாக உர ஆவஇ ஜாஸூ..

తెలుగు(Telugu):

శ్రీగుర పద నఖ మని గన జోతీ. సుమిరత దిబ్య ద్రృష్టి హియహోతీ..
దలన మోహ తమ సో సప్రకాసూ. బడ భాగ ఉర ఆవఇ జాసూ..

Deutsch :

Español:

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Shiv

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