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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

कोटिहुँ बदन नहिं बनै बरनत जग जननि सोभा महा। kotihum badana nahim banai baranata jaga janani sobha maha|

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छन्द | Chhand

 कोटिहुँ बदन नहिं बनै बरनत जग जननि सोभा महा।
सकुचहिं कहत श्रुति सेष सारद मंदमति तुलसीकहा॥
छबिखानि मातु भवानि गवनीं मध्य मंडप सिव जहाँ।
अवलोकि सकहिं न सकुच पति पद कमल मनु मधुकरु तहाँ॥

भावार्थ:

जगज्जननी पार्वतीजी की महान शोभा का वर्णन करोड़ों मुखों से भी करते नहीं बनता। वेद, शेषजी और सरस्वतीजी तक उसे कहते हुए सकुचा जाते हैं, तब मंदबुद्धि तुलसी किस गिनती में है? सुंदरता और शोभा की खान माता भवानी मंडप के बीच में, जहाँ शिवजी थे, वहाँ गईं। वे संकोच के मारे पति (शिवजी) के चरणकमलों को देख नहीं सकतीं, परन्तु उनका मन रूपी भौंरा तो वहीं (रसपान कर रहा) था।

English:

 kotihum badana nahim banai baranata jaga janani sobha maha|
sakuchahim kahata shruti sesha sarada mandamati tulasikaha||
chhabikhani matu bhavani gavanim madhya mandapa siva jaham|
avaloki sakahim na sakucha pati pada kamala manu madhukaru taham||

 

IAST:

kōṭihuom badana nahiṃ banai baranata jaga janani sōbhā mahā.
sakucahiṃ kahata śruti sēṣa sārada maṃdamati tulasī kahā..
chabikhāni mātu bhavāni gavanī madhya maṃḍapa siva jahāom..
avalōki sakahiṃ na sakuca pati pada kamala manu madhukaru tahāom..

 

Meaning:

The superb beauty of the Mother of the universe could not be described even with millions of tongues. When even the Vedas, Sesha (the serpent-god) and Sharada (the goddess of learning) shrink abashed, of what account is the dull-witted Tulasidasa? Mother Bhavani, the mind of beauty, walked to the middle of the pavilion, where Siva was. Out of shyness She could not gaze on Her lord’s lotus feet, although Her heart was fixed thereon like a bee.


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