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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

गारीं मधुर स्वर देहिं सुंदरि बिंग्य बचन सुनावहीं।garim madhura svara dehim sundari bingya bachana sunavahim|

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छन्द 😐 Chhand

 गारीं मधुर स्वर देहिं सुंदरि बिंग्य बचन सुनावहीं।
भोजनु करहिं सुर अति बिलंबु बिनोदु सुनि सचु पावहीं॥
जेवँत जो बढ्यो अनंदु सो मुख कोटिहूँ न परै कह्यो।
अचवाँइ दीन्हें पान गवने बास जहँ जाको रह्यो॥

भावार्थ:

सब सुंदरी स्त्रियाँ मीठे स्वर में गालियाँ देने लगीं और व्यंग्य भरे वचन सुनाने लगीं। देवगण विनोद सुनकर बहुत सुख अनुभव करते हैं, इसलिए भोजन करने में बड़ी देर लगा रहे हैं। भोजन के समय जो आनंद बढ़ा वह करोड़ों मुँह से भी नहीं कहा जा सकता। (भोजन कर चुकने पर) सबके हाथ-मुँह धुलवाकर पान दिए गए। फिर सब लोग, जो जहाँ ठहरे थे, वहाँ चले गए।

English:

garim madhura svara dehim sundari bingya bachana sunavahim|
bhojanu karahim sura ati bilambu binodu suni sachu pavahim||
jevanta jo badhyo anandu so mukha kotihum na parai kahyo|
achavami dinhem pana gavane basa jaham jako rahyo||

IAST:

gārīṃ madhura svara dēhiṃ suṃdari biṃgya bacana sunāvahīṃ.
bhōjanu karahiṃ sura ati bilaṃbu binōdu suni sacu pāvahīṃ..
jēvaomta jō baḍhyō anaṃdu sō mukha kōṭihūom na parai kahyō.
acavāomi dīnhē pāna gavanē bāsa jahaom jākō rahyō..

Meaning:

Charming women railed in sweet strains and poured innuendoes. The gods felt much amused to hear them and dined for an unusually long time. The joy that swelled at the dinner cannot be described even with millions of tongues. Having been served with water for rinsing their mouths at the end of the dinner, they were given betel-leaves; and then they returned to their respective lodgings.


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