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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

जौं बरषइ बर बारि बिचारू। हो हिं कबित मुकुतामनि चारू॥5॥

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श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
प्रथम सोपान | Descent First
श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kanda
चौपाई 10(ख).5 |Caupāī 10( Kha).5

 

जौं बरषइ बर बारि बिचारू।

हो हिं कबित मुकुतामनि चारू॥5॥

भावार्थ:-इसमें यदि श्रेष्ठ विचार रूपी जल बरसता है तो मुक्ता मणि के समान सुंदर कविता होती है॥5॥

 

 

jauṃ baraṣai bara bāri bicārū. hōhiṃ kabita mukutāmani cārū..

If there is a shower in the form of beautiful ideas, lovely pearls make their appearance in the form of poetic effusions.(5)


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