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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

 नारि सहित मुनि पद सिरु नावा। चरन सलिल सबु भवनु सिंचावा॥nāri sahita muni pada siru nāvā. carana salila sabu bhavanu siṃcāvā..

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श्रीगणेशायनमः | Shri Ganeshay Namah
श्रीजानकीवल्लभो विजयते | Shri JanakiVallabho Vijayte
श्रीरामचरितमानस | Shri RamCharitManas
प्रथम सोपान | Descent First
श्री बालकाण्ड | Shri Bal-Kanda
चौपाई| (65.4) |Caupāī  (65.4)

 

 नारि सहित मुनि पद सिरु नावा। चरन सलिल सबु भवनु सिंचावा॥
निज सौभाग्य बहुत गिरि बरना। सुता बोलि मेली मुनि चरना॥4॥

भावार्थ:

फिर अपनी स्त्री सहित मुनि के चरणों में सिर नवाया और उनके चरणोदक को सारे घर में छिड़काया। हिमाचल ने अपने सौभाग्य का बहुत बखान किया और पुत्री को बुलाकर मुनि के चरणों पर

English:

nari sahita muni pada siru nava| charana salila sabu bhavanu sinchava||
nija saubhagya bahuta giri barana| suta boli meli muni charana||4||

IAST:

nāri sahita muni pada siru nāvā. carana salila sabu bhavanu siṃcāvā..
nija saubhāgya bahuta giri baranā. sutā bōli mēlī muni caranā..

 

Meaning:

He bowed his head at the sage‘s feet alongwith his wife and had his whole mansion sprinkled with the water hallowed by his feet. Himachala extolled his own good luck and, summoning his daughter, placed her at the sage’s feet.


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