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इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

मानस पद संग्रह

भाइन्ह सहित उबटि अन्हवाए। छरस असन अति हेतु जेवाँए॥ बोले रामु सुअवसरु जानी। सील सनेह सकुचमय बानी॥2॥

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चौपाई : 

भाइन्ह सहित उबटि अन्हवाए। छरस असन अति हेतु जेवाँए॥
बोले रामु सुअवसरु जानी। सील सनेह सकुचमय बानी॥2॥

भावार्थ:

उन्होंने भाइयों सहित श्री रामजी को उबटन करके स्नान कराया और बड़े प्रेम से षट्रस भोजन कराया। सुअवसर जानकर श्री रामचन्द्रजी शील, स्नेह और संकोचभरी वाणी बोले-॥2॥

 

    English :

 

 

IAST :

 

 

Meaning :


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Shiv

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