RamCharitManas (RamCharit.in)

इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित

स्तुति चालीसा संग्रह | Collection of Stuti Chalisa

श्रीरामद्वादशनामस्तोत्रम्

Spread the Glory of Sri SitaRam!

श्रीरामद्वादशनामस्तोत्रम्

प्रथमं श्रीधरं विद्याद्द्वितीयं रघुनायकम् ।
तृतीयं रामचन्द्रं च चतुर्थं रावणान्तकम् ॥ १॥

पञ्चमं लोकपूज्यं च षष्ठमं जानकीपतिम् ।
सप्तमं वासुदेवं च श्रीरामं चाष्टमं तथा ॥ २॥

नवमं जलदश्यामं दशमं लक्ष्मणाग्रजम् ।
एकादशं च गोविन्दं द्वादशं सेतुबन्धनम् ॥ ३॥

द्वादशैतानि नामानि यः पठेच्छ्रद्धयान्वितः ।
अर्धरात्रे तु द्वादश्यां कुष्ठदारिद्र्यनाशनम् ॥ ४॥

अरण्ये चैव सङ्ग्रामे अग्नौ भयनिवारणम् ।
ब्रह्महत्या सुरापानं गोहत्याऽऽदि निवारणम् ॥ ५॥

सप्तवारं पठेन्नित्यं सर्वारिष्टनिवारणम् ।
ग्रहणे च जले स्थित्वा नदीतीरे विशेषतः ।
अश्वमेधशतं पुण्यं ब्रह्मलोके गमिष्यति ॥ ६॥

इति श्री स्कन्दपुराणे उत्तरखण्डे श्रीउमामहेश्वरसंवादे
श्रीरामद्वादशनामस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।


Spread the Glory of Sri SitaRam!

Shiv

शिव RamCharit.in के प्रमुख आर्किटेक्ट हैं एवं सनातन धर्म एवं संस्कृत के सभी ग्रंथों को इंटरनेट पर निःशुल्क और मूल आध्यात्मिक भाव के साथ कई भाषाओं में उपलब्ध कराने हेतु पिछले 8 वर्षों से कार्यरत हैं। शिव टेक्नोलॉजी पृष्ठभूमि के हैं एवं सनातन धर्म हेतु तकनीकि के लाभकारी उपयोग पर कार्यरत हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

उत्कृष्ट व निःशुल्क सेवाकार्यों हेतु आपके आर्थिक सहयोग की अति आवश्यकता है! आपका आर्थिक सहयोग हिन्दू धर्म के वैश्विक संवर्धन-संरक्षण में सहयोगी होगा। RamCharit.in व SatyaSanatan.com धर्मग्रंथों को अनुवाद के साथ इंटरनेट पर उपलब्ध कराने हेतु अग्रसर हैं। कृपया हमें जानें और सहयोग करें!

X
error: